Wednesday 15 August, 2012

तू मुसलमान बन


अल्लामाह इकबाल ने कहा था;
"अगर तू मुसलमान बन कर रहने का ख्वाहिश मंद है तो फिर कुरआन के बगैर मुसलमान की तरह  नहीं रह सकेगा.

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